दुनिया की सबसे बदकिस्मत मां: 11 बच्चों को जन्म दिया, सभी जन्म से अंधे

एग्नेस ने इच्छा जताई कि कोई उनके बच्चों को आत्मनिर्भर बनने की ट्रेनिंग दे या उन्हें कोई व्यावसायिक कौशल सिखाए। उन्हें डर है कि अगर उनकी मृत्यु हो गई, तो उनके बच्चे बेसहारा हो जाएंगे।

नैरोबी: मां बनना एक औरत के जीवन का सबसे अनमोल अनुभव माना जाता है। नवजात शिशु को अपनी गोद में लेने की खुशी बेमिसाल होती है। लेकिन जब बच्चा किसी विकलांगता के साथ जन्म लेता है, तो उस बच्चे के लिए चिंता और देखभाल और भी बढ़ जाती है। केन्या की एक महिला के साथ दुर्भाग्य इतना गहरा रहा कि एक बार नहीं, दो बार नहीं, बल्कि पूरे ग्यारह बार उसे यह दर्द झेलना पड़ा। किसुमु गांव की निवासी एग्नेस नेस्पोंडी ने 11 बच्चों को जन्म दिया—और सभी जन्म से अंधे थे।

एग्नेस की शादीशुदा जिंदगी की शुरुआत भी बाकी औरतों की तरह उम्मीदों और खुशियों से भरी थी। जब वह पहली बार गर्भवती हुईं, तो वह और उनके पति बहुत उत्साहित थे। पहला बच्चा एक बेटा था, जिसने पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ा दी। लेकिन जन्म के कुछ समय बाद ही उन्होंने महसूस किया कि बच्चा देख नहीं पा रहा है। चिंतित होकर एग्नेस और उनके पति उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने पुष्टि की कि बच्चा जन्म से अंधा है। शुरू में डॉक्टर भी इस समस्या का कारण समझ नहीं पाए।

लेकिन उम्मीद में कि अगला बच्चा स्वस्थ होगा, एग्नेस ने दस और बार गर्भ धारण किया। दुर्भाग्य से हर बार बच्चा अंधा ही पैदा हुआ। इसके बावजूद, एग्नेस और उनके पति ने अपने बच्चों का प्यार और देखभाल के साथ पालन-पोषण किया।

अंधे बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी कठिन

साल 1994 में एग्नेस के पति का निधन हो गया, जिसके बाद 11 बच्चों की जिम्मेदारी अकेले उन्हीं पर आ गई। अब बढ़ती उम्र के साथ अंधे बच्चों की देखभाल करना उनके लिए और भी कठिन हो गया है। उनका बड़ा बेटा अब 40 साल का हो चुका है, लेकिन मां का सहारा बनने के बजाय पूरा बोझ इन्हीं नेत्रहीन बच्चों पर है। फिर भी, बच्चे अपनी मां की मदद करने की पूरी कोशिश करते हैं।

Afrimax English को दिए इंटरव्यू में एग्नेस ने अपनी इच्छा जताई कि कोई उनके बच्चों को आत्मनिर्भर बनने की ट्रेनिंग दे या उन्हें कोई व्यावसायिक कौशल सिखाए। उन्हें डर है कि अगर उनकी मृत्यु हो गई, तो उनके बच्चे बेसहारा हो जाएंगे।

उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाई-लिखाई कराई, लेकिन पढ़ाई पूरी करने के बाद भी उन्हें कोई नौकरी नहीं मिली। कुछ बच्चों ने शादी कर परिवार शुरू कर लिया है, लेकिन ज्यादातर आज भी पूरी तरह उन पर ही निर्भर हैं।

गांव के स्थानीय लोग इस घटना को देखकर अचंभित हैं और तरह-तरह की अंधविश्वासी बातें कर रहे हैं। कई लोग कहते हैं कि एग्नेस पर कोई श्राप है या उन पर काला जादू किया गया है, इसी कारण उनके सभी बच्चे अंधे पैदा हुए।

एग्नेस की कहानी एक मां के अटूट प्रेम और असाधारण कठिनाइयों से जूझने की मिसाल है।

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